| E7M |
| Há muito tempo Nas águas da Guanabara |
| Abm7 | Gº | F#m7 |
| O dragão d | o ma | r reapareceu |
| F#m7 | B7 | |
| Na figura | de um | bravo feiticeiro |
| E | E7 | Eb7 | D7 | |
| A quem a história não es | qu | ece | u |
| C#7 | F#7 |
| Conhecido como o navegan | te negro |
| B7 | G#7 | C#m7 |
| Tinha di | gnidade de | um mestre-sala |
| F#7 | |
| E ao acenar pelo mar, na alegria | das regatas |
Foi saudado no porto Pelas mocinhas francesas
| Am | B7 | E7M | |
| Jovens pol | acas e por bat | alhões de m | ulatas |
| Bm | C#7 | F#7 |
| Rubras | cas | catas |
| D#m7(b5) | G#7 | |
| Jo | rravam das costas dos santos |
| C#m7 | |
| Entre | cantos e chibatas |
| F#7 | |
| Inundando o coração | Do pessoal do porão |
| Am7 | B7 | |
| Que a ex | emplo do fei | ticeiro |
| E7M | B7 | |
| Gr | itava ent | ão |
| E | A | B7 | E | B7 |
| Glória aos pirata | s Às mula | tas Às s | ereia | s |
| E | A | B7 | E | B7 |
| Glória à faro | fa À ca | chaça Às | balei | as |
| Bm | C#7 | Bm | C#7 | Bm | C#7 |
| Glória | à t | odas a | s lu | tas in | glórias |
| Bm | C#7 | Bm | C#7 | Bm | C#7 |
| Que através | da noss | a hist | ória | Não e | squecemos |
| A | A(#5) | A6 | A(#5) | |
| ja | mais |
| D#º | E |
| Salve o navega | nte negro |
| C#7 | F#7 |
| Que tem por monumento |
| Am | B7 | E | |
| As | pedras | pisadas | do cais |


